हरियाणा
पंचकूला : कोरोना काल के बाद से देशभर में सामूहिक आत्महत्या के मामले ज्यादा बढ़ रहे हैं। वजह एक ही है…आर्थिक तंगी और कर्जा…जिसे लोन लेने वाला चुका नहीं पाता और डिप्रेशन में आकर सुसाइड जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाता है।
पंचकुला में देहरादून के फैमिली ने जिस तरह सुसाइड किया है, उसने हर किसी को झकझोर के रख दिया है। लेकिन पीड़ित परिवार को अगर सरकार-प्रशासन और आरबीआई की बनाई गाइडलाइन पता होती तो शायद पूरा परिवार बच सकता था। तो आइए जानते हैं क्या हैं वो पांच बातें…
1. पुलिस की मदद लें…
यदि किसी ने कर्जा ले रखा है और वह चाहकर भी चुकाने में सक्षम नहीं। उसके घर-जमीन और पूरी जमा पूंजी देने के बाद भी कर्जा नहीं चुकता है और लोन देने वाला लगातार धमकी दे रहा है तो ऐसी हालत में लेनदार को पुलिस के पास जाकर शिकायत करना चाहिए। पुलिस पूरे मामले की तह तक जाकर पीड़ित फैमिली का कर्ज माफ करवा सकती है।
2. दिवालिया हो सकते हैं?
अगर आप लोन चुकाने में पूरी तरह से असमर्थ हैं, तो दिवालियापन समाधान पर विचार कर सकते हैं। यह एक कानूनी प्रक्रिया है जो आपको राहत मिलेगी। जिससे पंचकूला जैसा खतरनाक कदम नहीं उठाना पड़ेगा।
3. बिना लाइसेंस पैसे उधार देना एक अपराध
अगर आपने किसी बैंक या सरकार से मान्यता प्राप्त किसी संस्था से लोन नहीं लिया है। यानि निजी व्यक्ति से उधार ले रखा है और वह धमकाकर पैसा वूसलता है और धमकी देता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है। बिना लाइसेंस के ब्याज पर पैसा उधार देना एक अपराध की श्रेणी में आता है।
4. कोर्ट की शरण में जाएं
मान लीजिए आपने किसी भी संस्था से अगर एक करोड़ का लोन लिया और अचानक आप घाटे में चले जाते हैं, या परिवार का गुजारा भी नहीं कर पाते हैं तो ऐसे में आप कोर्ट में जाकर कर्जा माफ करने के लिए याचिका दायर कर सकते हैं। न्यायालय में एफिडेविट लगाकर अपनी आर्थिक हालत के बारे में बताते हैं तो आप लोन मुक्त हो सकते हैं।
5 वित्तीय सलाहकार की मदद
अगर आप लगातार आर्थिक रूप से घाटे में जा रहे हैं, हर तरफ आपको नुकसान हो रहा तो ऐसे में आप वित्तीय सलाहकार से भी मदद ले सकते हैं। वह आपको कई बेहतर विकल्पों के बारे में बता देगा, जिससे आप सुसाइड जैसे खतरनाक कदम उठाने के लिए मजबूर नहीं होगें।
देहरादून के प्रवीण पर करीब 20 करोड़ रुपए का कर्ज था
फैमिली के मुखिया प्रवीण मित्तल पर करीब 20 करोड़ रुपए का कर्ज था। प्रवीण ने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का बिजनेस शुरू किया था, लेकिन उसमें लगातार घाटा हो रहा था। जिसके बाद परिवार कर्जा में डूबते चला गया और परिवार के 7 लोगों के साथ कार में जहर खाकर सुसाइड कर लिया। प्रवीण ने नोट में लिखा भी है कि मैं बैक करप्ट हो चुका हूं।
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