पहलगाम हमले के बाद भारत के ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी आतंकियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। यहां तक कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के ट्रेनिंग सेंटर पूरी तरह से नेस्तनाबूत हो गए। आज उनके खंडहर रिपेयरिंग की भी स्थिति में नहीं हैं। लश्कर के ही एक कमांडर कासिम ने अपने वीडियो में पाकिस्तान के झूठ की पोल खोल दी है। वीडियो में दिखाया गया है कि मुरिदके में मरकज तैयबा आतंकी कैंप का क्या हाल हुआ है। यह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुआ करता था।
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आतंकी कासिम मलबे के बीच खड़े होकर कहता है कि यहां बहुत सारे आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई। इसमें मुजाहिद्दीन भी शामिल थे। उसने कहा कि अब यहां पहले से भी बड़ा ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा। कुछ दिन पहले ही जैश-मोहम्मद के कममांडर मसूद इलयास कश्मीरी ने एक वीडियो में कबूल किया था कि बहावलपुर का मरकज सुभान अल्लाह ऑपरेशन सिंदूर में तबाह हो गया था और मसूद अजहर का परिवार भी इस हमले में मारा गया।
इससे पहले सूत्रों ने कन्फर्म किया थाकि मसूद अजहर के भाई यूसुफ अजहर और हाफिज मोहम्मद जमील ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए थे। मौलाना मसूद अजहर का बड़ा भाई हाफिज मोहम्मद जमील मरकज सुभान अल्लाह की देखभाल करता था। वह जैश-ए-मोहम्मद के लिए फंड जुटाने में भी ऐक्टिव रहता था। कश्मीरी ने एक वीडियो में कहा था कि अपना सब कुछ कुर्बान करने के बाद मसूद अजहर को परिवार भी खोना पड़ा।
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वहीं लश्कर के आतंकी कासिम ने एक अन्य वीडियो में कहा कि युवा दौर-ए-सफा ट्रेनिंग प्रोग्राम जॉइन करें जिसमें उन्हें जिहाद की ट्रेनिंग दी जाएगी। मुरिदके का मरकज तैयबा साल 2000 से चल रहा था। यह पाकिस्तान में लश्कर का बहेद खतरनाक ट्रेनिंग सेंटर था। यहां आतंकियों को मानसिक रूप से तैयार किया जाता था और साथ ही हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती थी।
वहीं मरकज सुभान अल्लाह बहावलपुर में 2015 से चल रहा था। कहा जाता है कि पुलवामा हमले के लिए आतंकियों को यहीं ट्रेंनिंग दी गई थी। 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने आतंकियों के कम से कम 9 ठिकाने तबाह कर दिए थे. इसमें लश्कर और जैश के प्रमुख ट्रेनिंग सेंटर भी शामिल थे।
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