मुंबई : मुंबई के विधायक हॉस्टल कैंटीन के एक कर्मचारी को कथित तौर पर थप्पड़ मारने वाले सत्तारूढ़ शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ ने अब एक और नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने दक्षिण भारतीयों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है। गुरुवार को उन्होंने नया विवाद खड़ा करते हुए कहा कि दक्षिण भारतीय लोगों को कैंटीन के ठेके नहीं देने चाहिए क्योंकि वे डांस बार और लेडीज बार चलाते रहे हैं और उन्हें नहीं पता कि अच्छा भोजन कैसे परोसा जाता है?
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उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायक ने कहा, “शेट्टी नाम के ठेकेदार को ठेका क्यों दिया गया? इसे किसी मराठी व्यक्ति को दीजिए। वे जानते हैं कि हम क्या खाते हैं। वे हमें अच्छी गुणवत्ता वाला खाना देंगे। दक्षिण भारतीय लोग डांस बार, लेडीज बार चलाते हैं और महाराष्ट्र की संस्कृति को खराब करते हैं। उन्होंने हमारे बच्चों को भ्रष्ट कर दिया है। वे अच्छा खाना कैसे परोसेंगे?”
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थप्पड़ मारने वाला वीडियो वायरल
बता दें कि एक दिन पहले इससे पहले बुधवार को बुलढाणा विधायक गायकवाड़ द्वारा एक कैंटीन संचालक को गाली देने और थप्पड़ मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो और विधायक के कृत्य पर विधान सभा में भी हंगामा हुआ, जहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए कठोर एक्शन लेने को कहा था लेकिन कोई कार्रवाई होने की बजाय विधायक और विवादित बयान दे रहे हैं।
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FDA ने कैंटीन संचालक का लाइसेंस कैंसल कर दिया
गुरुवार को विधायक गायकवाड़ ने कहा कि ‘एमएलए’ हॉस्टल के कैंटीन में ‘बासी भोजन’ परोसे जाने को लेकर एक कर्मचारी को थप्पड़ मारने का उनका कृत्य भले ही कठोर रहा हो, लेकिन इससे भोजन की गुणवत्ता के मुद्दे पर सरकार की ओर से त्वरित कार्रवाई हुई है। अब FDA ने कैंटीन का लाइसेंस कैंसल कर दिया है। विधायक ने कहा कि उन्होंने कैंटीन में भोजन की खराब गुणवत्ता को लेकर पहले भी कई बार शिकायतें की थीं। महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने बुधवार शाम को मुंबई स्थित कैंटीन चलाने वाले कैटरर का लाइसेंस निलंबित कर दिया। एफडीए ने अपने निलंबन आदेश में कहा कि कैंटीन के निरीक्षण के दौरान खाद्य सुरक्षा नियमों का उल्लंघन पाया गया।
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चार-पांच वर्षों में 200 से 400 शिकायतें
इस घटना के सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में बुलढाणा के विधायक को ‘बासी भोजन’ परोसने के लिए मंगलवार रात को ‘आकाशवाणी एमएलए’ हॉस्टल के कैंटीन के एक कर्मचारी को थप्पड़ मारते हुए देखा जा सकता है। गायकवाड़ ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘पिछले चार-पांच वर्षों में 200 से 400 शिकायतें आयीं, लेकिन एफडीए ने कार्रवाई नहीं की। एफडीए मंत्री नरहरि जिरवाल ने खुद मुझे बताया था कि अधिकारियों से कार्रवाई करने के लिए कहने के बाद भी, उन्हें दो-तीन महीने तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली। ऐसे में सवाल उठता है कि इसमें कौन-कौन शामिल हैं और क्या सांठगांठ है?’’
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थप्पड़कांड जनहित में था: विधायक
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायक ने स्वीकार किया कि उनका व्यवहार अनुचित लग सकता है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य अंतत: जनहित में था। उन्होंने दावा किया, ‘‘जिस व्यक्ति को मैंने परसों थप्पड़ मारा था, वह प्रबंधक था, जिसे अब निलंबित कर दिया गया है क्योंकि यह उसकी गलती थी।’’ गायकवाड़ ने कहा, ‘‘वह घटिया भोजन परोसकर लाखों लोगों की जान से खेल रहा था। कैंटीन में रोज़ाना 5,000 से 10,000 लोग खाना खाते हैं।’’अपने स्वास्थ्य का ज़िक्र करते हुए गायकवाड़ ने कहा कि वह पिछले दो दशकों से पेट की बीमारियों से परेशान रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं बासी खाना खाता हूं, तो मुझे 15 दिनों तक तकलीफ़ होती है। इसलिए मैं बाहर के रेस्त्रां में खाना नहीं खाता हूं।’’
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