छत्तीसगढ़
कोरबा: आदिवासी शक्तिपीठ कोरबा के मृदुभाषी सरल स्वभाव एवं अद्भुत नेतृत्व क्षमता के धनी श्री शिव नारायण सिंह कंवर जी का शनिवार को दु:खद निधन हो गया । घटना की सूचना मिलते ही सर्व आदिवासी समाज में शोक की लहर दौड़ गयी।
श्री सिंह ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में लगातार शक्तिपीठ के उत्तरोत्तर प्रगति एवं कंवर समाज ही नहीं बल्कि संपूर्ण आदिवासी समाज में वैचारिक क्रांति , एवं सांस्कृतिक परंपराओं के आधार पर समाज को जोड़ने की जी तोड़ मेहनत की जिसका साकार रूप सर्व आदिवासी समाज के समक्ष मौजूद है । उनके दीर्घ अनुभवों का लाभ एवं मार्गदर्शन सदैव शक्तिपीठ को मिलता रहा है। आज आदिवासी समाज ने एक बेहतर सामाजिक चिंतक खो दिया है जिसका भरपाई के लिए शक्तिपीठ को वर्षों लगेगा।
उनके दिए गए सुझाव एवं मार्गदर्शन शक्तिपीठ के स्मृति पटल पर सदैव विराजमान रहेगा एवं उनके द्वारा दिए गए सुझावों को शक्तिपीठ निरंतर समाज में एकता, भाईचारा, शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं अपनी परंपराओं को लगातार विकसित करने का काम करेगी यही समाज की ओर से सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस दुखद बेला में आदिवासी शक्तिपीठ में विराजमान समस्त पुरखा शक्तियों से प्रार्थना की गई कि श्री सिंह के शोक संतप्त परिवार को एवं मित्र बन्धुओं को इस अपार दुख को सहने की क्षमता प्रदान करें एवं परमात्मा उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान देवें।
इस दुःखद बेला में आदिवासी शक्तिपीठ के संरक्षक मोहन सिंह प्रधान, रघुवीर सिंह मार्को उपाध्यक्ष, निर्मल सिंह राज , संगठन प्रमुख रमेश सिरका प्रमुख, सांस्कृतिक प्रमुख रूपेंद्र सिंह पैंकरा, कोषाध्यक्ष गेंद लाल सिदार सहित महिला प्रकोष्ठ युवा प्रकोष्ठ की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त की गई है।
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