जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां मेडिकल कॉलेज में चूहों का इतना आतंक है कि उन्होंने मरीजों और अटेंडर के पैर कुतर दिए हैं। मामला मानसिक रोग विभाग में सामने आया है, जो लापरवाही से जुड़ा हुआ है।
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क्या है पूरा मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक, 2 मरीज और एक अटेंडर के चूहों ने पैर कुतरे हैं। मरीजों के परिजनों ने एड़ियों में घाव देखकर मामले की सूचना दी है। मरीजों के पैर कुतरने की घटना से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया है। हालांकि मरीजों को प्राथमिक उपचार दिया गया है। मानसिक रोग विभाग में भर्ती मरीजों की जान आफत में नजर आ रही है। वहीं मेडिकल प्रबंधन दावा कर रहा है कि चूहों को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की जा रही है। हालांकि घटना में पीड़ित लोग, जिनके पैर चूहे ने कुतरे हैं, वो काफी परेशान हैं।
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चूहों क्यों कतर देते हैं पैर?
जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जब ये सामने आया कि चूहों ने मरीजों के पैर कुतर दिए तो लोगों के जेहन में ये सवाल आया कि आखिर चूहे पैर क्यों कुतर देते हैं? दरअसल चूहे जब भूखे होते हैं और उन्हें कोई भोजन नहीं मिलता तो वह भोजन की तलाश में ज्यादा भटकते हैं। इस दौरान अगर उन्हें कोई मानव शरीर का सॉफ्ट हिस्सा मिलता है तो वह उसे कुतर देते हैं।
अगर ऐसा मामला किसी अस्पताल से सामने आया है तो ये खराब सफाई व्यवस्था, रेनोवेशन कार्य के कारण फैले कचरे और अंधेरे वार्डों में चूहों की बढ़ती संख्या की वजह से हो सकता है। ये चूहे रात के समय सक्रिय होते हैं और कमजोर या सोते हुए लोगों को आसानी से निशाना बनाते हैं, खासकर जब उन्हें भोजन (जैसे खाने के अवशेष या त्वचा) मिलने की संभावना दिखे।
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