थ्रिशूर: केरल के त्रिशूर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यह एक ऐसी घटना है जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया. त्रिशूर के पुथुक्कड़ थाना क्षेत्र में रविवार तड़के करीब 12:30 बजे एक युवक पुलिस स्टेशन पहुंचा लेकिन उसके हाथ खाली नहीं थे. वह अपने साथ एक ऐसा बैग लाया था जो पुलिस के भी होश उड़ा देने के लिए काफी था. उस बैग में दो नवजात शिशुओं की हड्डियां थीं.
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पुलिस के सामने कबूला गुनाह
25 साल के युवक भविन ने थरथराते हुए पुलिस के सामने कबूल किया है कि वह और उसकी प्रेमिका अनीशा (22) पिछले पांच सालों से रिश्ते में थे लेकिन यह रिश्ता विवाह में नहीं बदला. इसी अवैध संबंध के कारण दो बार अनीशा गर्भवती हुई. दोनों बार नवजात बच्चों को जन्म देते ही मार दिया गया. भविन और अनिशा 5 साल पहले सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे से मिले थे. पुलिस के अनुसार, पहला बच्चा 6 नवंबर 2021 को जन्मा था.
जन्म के बाद ही मारा बच्चे को
अनीशा ने दावा किया कि वह मरा हुआ पैदा हुआ था. लेकिन पोस्टमॉर्टम और पूछताछ के बाद सामने आया कि शिशु को जन्म के बाद ही मार दिया गया था. शव को घर के आंगन में दफना दिया गया. आठ महीने बाद, अनीशा ने खुद वह कंकाल निकाला और भविन को सौंप दिया.
दूसरी बार 29 अगस्त 2024 को जन्मे नवजात की कहानी और भी खौफनाक है. पुलिस ने बताया कि अनीशा ने बच्चे को जन्म देने के अगले ही दिन कपड़े में लपेटकर भविन के घर पहुंचा दिया. भविन ने उसे अपने घर के पीछे के बागान में गुपचुप तरीके से दफना दिया. कुछ महीनों बाद वह शव भी बाहर निकाल लिया गया. इसके बाद उसकी हड्डियों को इकट्ठा कर सुरक्षित रखा गया.
यह सब क्यों किया?
पुलिस को दिए बयान में भविन ने चौंकाने वाला दावा किया कि उसने अनीशा को ‘धार्मिक रीति-रिवाज’ के नाम पर ये अवशेष संरक्षित रखने के लिए कहा था. लेकिन असल में वह उसे ब्लैकमेल करना चाहता था. जब अनीशा ने रिश्ता खत्म करने की कोशिश की, तब भविन ने उसे धमकाने के लिए बच्चों के अवशेषों का सहारा लिया.
पुलिस के अनुसार, भविन ने खुद ही इस डरावने रहस्य का खुलासा किया. उसने हड्डियां पुलिस को सौंप दीं और सारा सच बयां कर दिया. इसके बाद पुलिस ने अनीशा को भी हिरासत में ले लिया है और घटनास्थल से फोरेंसिक साक्ष्य जुटाने का काम शुरू कर दिया है.
यह मामला सिर्फ हत्या का नहीं है बल्कि यह एक ऐसा खौफनाक किस्सा है जिसमें प्रेम, अविश्वास, ब्लैकमेल और क्रूरता ने दो मासूम जिंदगियों की बलि ले ली. केरल पुलिस अब इस सनसनीखेज केस की तह तक जाने के लिए वैज्ञानिक और डिजिटल सबूतों पर काम कर रही है.